Wednesday, January 30, 2013

नीला आसमाँ



नीला आसमाँ 
मेरे पास ही है
पर नजर 
नहीं आता
जब दूर होता है
तभी नजर 
आता है
दूर नजर 
आता है
लुभाता है 
ललचाता है
जिंदगी 
अपने से दूर
दूसरों के घर
नजर आती है
अपने आईने
में अपनी
सूरत रोनी
उनके आईने
में कहकहे
लगाती है
ये अपनी
बेटी की
मासूम निगाहें
कितनी भोली
है ये
इस जैसा
कोई नहीं
औरों की बेटियाँ
उफ उनकी
बात ना करो
मेरी माँ सा
कोई नहीं
सिर्फ ईश्वर ही
पासंग है उनका
हाँ बात
करनी ही है तो
सिर्फ उनकी ही
बात करो
प्यार पिक्चर में
नजर आता है
खूब हँसाता है
खूब रिझाता है
मगर जिंदगी में
प्यार के रंग
आसानी से
नहीं मिलते
बडी़ मुश्किल से
होती है बरसात
इंद्र धनुष
नजर आता है
ये नीला आसमाँ
है तो मेरे पास
पर जब दूर
होता है
तभी नजर
आता है !

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